Agar koi Jhutha Case Kare To Kya Karen.

अगर कोई झूठ कैसे करें तो क्या करें? 

क्सर देखा गया है कि जब कोर्ट में कोई केस आता है तो दोनों पार्टी एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाते है कि वह झूठ बोल रहे हैं और उन्होंने जो भी केस किया है वह एक झूठा मुकदमा है।और यह मुकदमा सिर्फ परेशान करने के लिए कोर्ट में डाला गया है।

किसी पर झूठा इल्जाम लगाना 
फर्जी मुकदमा होने पर क्या करें



    
 झूठा केस करने वालों की अब खैर नहीं

अब ऐसी परिस्थिति में जिस व्यक्ति के खिलाफ झूठा मुकदमा कोर्ट में डाला गया है वह उस झूठ मुकदमे को सालों साल लड़ता रहता है। और वह व्यक्ति अपना समय और पैसा उसे मुकदमे में लगता रहता है और जब कोर्ट का निर्णय आता है और दूसरा व्यक्ति जिसने झूठ केस किया है वह हार जाता है और जिसके खिलाफ झूठा मुकदमा किया था उसका सिर्फ समय, पैसा और मानसिक प्रताड़ना जो उसने उसे मुकदमे को लड़ने में झेली थी उसका उसे कुछ भी नहीं मिल पाता। लेकिन अब नए कानून के तहत काफी नए प्रावधान किए गए हैं जिनके बारे में आज हम समझेंगे जो कि आपको काफी फायदा दिलाएंगे। नए कानून के तहत जिस व्यक्ति ने झूठा मुकदमा किया है उसको आजीवन कारावास और फांसी तक की भी सजा का प्रावधान रखा गया है नए कानूनो में।

Jhutha aarop lagane per Kya Karen.
Jhutha aarop lagane per dharayn.

भारतीय न्याय संहिता 2023 
धारा 244 और धारा 246 यह दोनों धाराएं यह बताती हैं कि यदि कोई कोर्ट में झूठे क्लेम कर रहा है या झूठा कोर्ट केस करता है तो उसे 2 साल की सजा का प्रावधान नए कानून में रखा गया है लेकिन इसमें एक बात और समझने की है यदि झूठा केस जो किया गया है उस अपराध की सजा मृत्युदंड,आजीवन कारावास, 7 साल की सजा या उससे ऊपर की सजा है और वह व्यक्ति जानता है कि वह यह सब झूठे आरोप लगा रहा है तो ऐसे में इस झूठे आरोपों को लगाने की 7 साल या उससे ऊपर की सजा दी जाएगी धारा 244 और धारा 246 भारतीय न्याय संहिता‌।

अगर कोई व्यक्ति कोर्ट में झूठी गवाही देता है या झूठ गवाह पेश करता है। तब क्या होगा? 

अगर कोई व्यक्ति कोर्ट मैं झूठी गवाही देता है या कोई झूठे गवाह लाकर पेश करता है और वह शपथ पत्र जिसे हम एफिडेविट भी कहते हैं देता है और व यह जानता है कि शपथ पत्र झूठा है और गवाह भी झूठ बोल रहा और एफिडेविट उसका झूठा है अब भारतीय न्याय संहिता की धारा 225,228 और 229 के तहत अब अगर कोई झूठा मुकदमा करता है झूठ फंसाने की कोशिश करता है तो याद रखिएगा की धारा 225,228,229,244,246 और 248 ये आपके काम के बहुत ही जरूरी धाराएं हैं और आप किसी से कानूनी सलाह लेकर क्या किसी क़ानून के जानकार से सलाह प्रकार अपने केस के हिसाब से इन धाराओ का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

और जिस व्यक्ति ने आपके खिलाफ झूठा मुकदमा किया है और झूठी गवाही दी है या झूठी गवाही दिलवाई है आप उन व्यक्तियों को 2 साल की सजा 7 साल की सजा आजीवन कारावास वह मृत्युदंड तक की सजा दिलवा सकते हैं नए भारतीय कानून के तहत

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Conclusion:
Jhutha case karne per Court kya kaarvayi kar sakti hai. 
Jhuthe keson se Kaise bache. 
Jhutha case karne Wale per kya kaarvayi ki ja sakti hai.

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